नीम करोली बाबा और कैंची धाम से जुड़ी जानिये ये 10 बातें
1.हनुमान जी के अवतार
1.हनुमान जी के अवतार
नीम करोली बाबा को कलयुग में हनुमान जी का अवतार कहा जाता है। यहां भगवान हनुमान जी को समर्पित मंदिर है, परिसर में ही बाबा नीम करोली को समर्पित मंदिर एवं प्रार्थना कक्ष है।
2.नैनीताल से 17 किमी दूर है कैंची धाम
2.नैनीताल से 17 किमी दूर है कैंची धाम
कैंची धाम उत्तराखंड स्थित नैनीताल – अल्मोडा मार्ग पर नैनीताल से लगभग 17 किलोमीटर एवं भवाली से 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। कैंची धाम मंदिर की वास्तुकला उत्तर भारतीय शैली में है।
3.मार्क जुकरबर्ग, स्टीव जॉब्स तक हैं बाबा के भक्त
3.मार्क जुकरबर्ग, स्टीव जॉब्स तक हैं बाबा के भक्त
एप्पल के संस्थापक स्टीव जॉब्स अब इस दुनिया में नहीं रहे लेकिन उन्हें भी बाबा नीम करोली का भक्त माना जाता है। फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने खुद बाबा नीम करोली आश्रम आने की बात स्वीकारी है।
4.किसी से पैर नहीं छुआते थे नीम करौरी बाबा
4.किसी से पैर नहीं छुआते थे नीम करौरी बाबा
नीम करोली बाबा किसी से अपने पैर नहीं छुआते थे। भक्त जब पैर छूने के लिए आगे बढ़ते तो हनुमान जी का पैर छूने के लिए कह देते थे।
5.मिरेकल ऑफ लव बुक में है बाबा के चमत्कारों का वर्णन
5.मिरेकल ऑफ लव बुक में है बाबा के चमत्कारों का वर्णन
लेखक रिचर्ड अल्परट ने अपनी बुक ‘मिरेकल ऑफ लव’ में नीम करोली बाबा के चमत्कारों का वर्णन किया है।
6.1962 में बना था कैंची धाम मंदिर
6.1962 में बना था कैंची धाम मंदिर
1962 में क्षेत्र के जंगल को साफ करके यहां हनुमान जी को समर्पित एक मंदिर बनाया गया और बगल में ही कैंची मंदिर और भक्तों के लिए आश्रम बनाया गया।
7.ये था बाबा का असली नाम
7.ये था बाबा का असली नाम
नीम करोली बाबा का असल नाम लक्ष्मीनारायण था। वो उत्तर प्रदेश के अकबरपुर गांव में 1900 के करीब पैदा हुए थे।
8.11 साल की उम्र में ही हो गयी थी शादी
8.11 साल की उम्र में ही हो गयी थी शादी
नीम करोली बाबा का विवाह 11 साल की उम्र में ही हो गया था। नीम करोली महाराज के पिता का नाम श्री दुर्गा प्रसाद शर्मा था।
9.देहांत
9.देहांत
नीम करोली बाबा ने 11 सितंबर 1973 को वृंदावन में अपना शरीर त्यागा। यहां अब एक भव्य आश्रम और बाबा का समाधि स्थल है।
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