गोविंदा को कौन नहीं जानता अपने नाम से अपने एक्टिंग से और अपने डांस से अपनी सिंगिंग से मशहूर गोविंदा अपने जमाने के मशहूर कलाकार रहे हैं उस जमाने में उन्होंने ऐसा जादू बिखेरा था जैसा जादू कहीं देखने को नहीं मिलता है। उनकी एक्टिंग के लोग इस तरीके से कायल हो गए थे और उनके डांस का तो जवाब ही नहीं था लोग उनके इस तरीके से मुरीद हो गए थे कि कहा ही ना जाए।
लेकिन कुछ समय बाद ही गोविंदा का कैरियर नीचे आने लगा एक समय जिस गोविंदा ने 70 फिल्में एक साथ साइन की थी कुछ समय बाद ही उनका कैरियर इस तरीके से फ्लॉप हुआ कि पता ही नहीं लगा कि गोविंदा किधर गए ।आइए बताते हैं आपको वह वजह जिस वजह से गोविंदा का कैरियर इतना ज्यादा फ्लॉप हो गया कि आज उनका नाम बॉलीवुड इंडस्ट्री में कहीं भी नहीं है ।
एक साथ साइन की थी 70 फिल्में
तीन दशक तक हिंदी सिनेमा पर राज करने वाले गोविंदा ने लगभग 165 फिल्मों में काम किया है गोविंदा ने कहा था कि एक वक्त मैंने एक साथ 70 फिल्में साइन की थी 810 फिल्में अपने आप बंद हो गए और चार पांच फिल्में डेट की कमी के कारण मुझे खुद छोड़नी पड़ी।
एक्टिंग के साथ सिंगिंग में भी माहिर
कम ही लोग इस बात से वाकिफ होंगे कि गोविंदा ना सिर्फ एक अच्छे एक्टर और डांसर है बल्कि वह एक शानदार गायक भी है कई बार बॉलीवुड के राजा बाबू अपने हुनर का परिचय दे चुके हैं उन्होंने आंखें, हसीना मान जाएगी और शोला और शबनम जैसी फिल्मों में अपनी आवाज़ का जादू चलाया सन 2013 में गोविंदा का म्यूजिक एल्बम गोरी तेरे नैना भी रिलीज हुआ था जिसे लोगों ने बहुत पसंद किया।
काम के लिए मिसाल
फिल्म खुद्दार की शूटिंग के दौरान गोविंदा की कार का एक्सीडेंट हुआ जिसमें उन्हें गंभीर चोट भी लगी जब फिल्म के क्रू को बात पता चली तो उन्होंने शूटिंग कैंसिल करने को कहा लेकिन डॉक्टर को दिखाने के बाद गोविंदा आधी रात में सेट पर पहुंच गए और सीन पूरा किया।
राजनीति में भी गाड़े झंडे
फिल्मों के साथ-साथ राजनीति में भी सक्रिय हुए साल सन 2004 में उन्होंने लोकसभा का चुनाव भी लड़ा जिसमें उन्होंने बीजेपी के बड़े लीडर को हरा दिया लेकिन जीतने के बाद वह कभी भी राजनीति में सक्रिय नहीं रहे आखिरकार उन्होंने राजनीति छोड़ ही दी इस बात का दुख गोविंदा को अब भी है क्योंकि यदि वह राजनीति में नहीं जाते तो शायद आज भी पर्दे पर उनका ही जलवा बरकरार रहता।