क्रिकेट खेल के फैंस सबसे ज्यादा आपको भारत देश में ही देखने को मिलेंगे यहा एक से एक क्रेजी फैंस आपको देखने को मिल जाएंगे भारत के क्रिकेटर आज किसी पहचान के मुहताज नहीं एक अच्छा प्रदर्शन उसे बड़ी पहचान दे ही देता है भारत में क्रिकेट को धर्म माना जाता हैं क्रिकेट को लोग त्योहार की तरह मानते हैं क्रिकेट ने कई खिलाडियों को आसमान तक पहुॅचाया हैं आज हम उन क्रिकेटर्स के बारे में आपको बतागे जिनके पास पहले कुछ नहीं था पर आज उन्होंने बड़ा मुकाम हासिल किया है
बुमराह को कौन नहीं जानता उनके अच्छे प्रदर्सन से उन्होंने काफी लोग को मनोरंजन किया है वो भारतीय क्रिकेट टीम के अहम हिस्सा है उनका बचपन बेहद गरीबी मे गुजरा है आपको ये सायद ही पता होगा की एक समय उनके पास जूते खरीदने तक के भी पैसे नही हुआ करते थे लेकिन आज वो करोडो के मालिक हैं
मोहम्मद सिराज को तो आप जानते ही होंगे उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से बड़ा मुकाम हासिल किया है जिनकी आज बहुत बड़ी पहचान है आपको जानकर हैरानी होगी की हैदराबाद से संबंध रखने वाले मोहम्मद सिराज के पिता ऑटो रिक्शा चलाया करते थे. बीते एक-दो सालों में सिराज के खेल में गजब का बदलाव आया है जिससे वे भारत के एक शानदार गेंदबाज बनकर उभरे हैं. कभी आर्थिक तंगी से जूझने वाले मोहम्मद सिराज आज भारतीय क्रिकेट का उभरता हुआ नाम है.
इन दोनो भाइयो की जोड़ी ने मैदान में काफी तहलका मचाया है और मेहनत से बड़ा मुकाम हासिल किया है पांड्या ब्रदर्स ने क्रिकेट की दुनिया में अच्छा ख़ासा नाम कमाया है. दोनों भाई आज बेहद शानदार जीवन जीते हैं और क्रिकेट से वे करोड़ों रुपये की कमाई कर लेते हैं हालांकि इनके दिवंगत पिता के पास कभी दोनों भाईयों की क्रिकेट किट तक के पैसे नहीं थे.
आपको बता दे सर रवींद्र जडेजा इनका क्रिकेट की दुनिया में बहुत नाम हैं बल्लेबाजी के साथ ही अपनी अविश्वसनीय फील्डिंग से भी ख़ूब चर्चाएं बटोरते रहते हैं. जडेजा ऐशो आराम के मामले में किसी महाराजा से कम नहीं है। लेकिन एक समय था जब रविंद्र जडेजा के पास दो वक़्त खाने के पैसे नहीं थे लेकिन आज वह अरबो के मालिक है।
महिंद्र सिंह धोनी आज किसी पहचान के मोहताज नहीं है उनकी अपनी अच्छी खासी पहचान उन्होंने ये मुकाम बेहद मुश्किलों से हासिल किया है। धोनी आज दुनिया के सबसे रईस क्रिकेटर्स में भी गिने जाते हैं. लेकिन क्रिकेट करियर के शुरुआती दिनों के दौरान महेंद्र सिंह धोनी रेलवे में नौकरी करते थे. हालांकि क्रिकेट के प्रति उनका जूनून कम नहीं हुआ. रेलवे की नौकरी छोड़कर वे दुनिया के महान क्रिकेटर बनने में सफ़ल रहे.