भारतीय टीम को दो बार वर्ल्ड कप (साल 2007,2013) जीतवानें वाले अब तब के भारतीय टीम के सबसे बेस्ट कैप्टन और क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी पर उनके भाई नरेंद्र सिंह की मदद न करने का आरोप लगा हैं. भारतीय टीम के खिलाड़ियों के रोल मॉडल रहें महेंद्र सिंह पर उन्हीं के भाई ने लगाया हैं गंभीर आरोप. आईए जानते हैं कि क्या हैं पूरा मामला.
धोनी की फिल्म बनी लड़ाई की वजह
आपको बता दे कि, 30 सितम्बर 2016 को महेंद्र सिंह पर बनी उनकी बायोपिक फिल्म “एमएस धोनी-द अनटोल्ड स्टोरी” को लेकर उनके भाई ने उनपर (धोनी) इल्ज़ाम लगाया हैं कि फिल्म में उन्हें साइड लाइन किया गया हैं. जिसके कारण धोनी के भाई फिल्म रिलीज़ होने के बाद अपने फेसबुक पर लगातार निराशाजनक और शिकायती लहजे में पोस्ट कर रहे थे.
यही वजह हैं धोनी और उनके भाई (नरेंद्र सिंह) लगातार मीडिया के सुर्ख़ियों में बने हुए थे. नरेंद्र सिंह के फेसबुक पोस्ट पर उनके समर्थन में खड़े हुए लोग लगातार उनका समर्थन के रहे थे, और उनके लिए हमदर्दी भी जाता रहे थे.
फेसबुक पर शायरी के मध्यम से जताया अपना दुःख
इसी के साथ उन्होंने अपनी भी एक फोटो अपने फेसबुक प्रोफाइल पर शेयर की, जिसमे वो सीमेंट और बालू के साथ ईटों को जोड़ते हुए देखे गये. इसके साथ ही धोनी के भाई ने अपनी इस तस्वीर के साथ एक शायरी भी लिखी-” वो आये मेरी कब्र पर और कब्र खोद कर चले गए. मेरे जीते जी कहते थे, लगाऊंगा लेप चंदन का, तेरे जख्मों पे, यारों वक्त ऐसा भी आया, कि वो लगा गए नमक और मिर्च मेरे जख्मों पे.”
नरेंद्र सिंह ने एक और पोस्ट करते हुए उसमे लिखा- “कभी बहार बनके मेरे चमन में ना आना, क्योंकि बहारों ने ही मेरा चमन लूटा है, उदास तो हम अब भी रहते हैं, जब से बहारों का साथ छूटा है.” धोनी के भाई के इस पोस्ट से आप अंदाजा लगा ही सकते हैं कि उनके भाई उनसे कितने खफा हैं.
दरअसल जब महेंद्र सिंह धोनी की बायोपिक रिलीज हुई तब उस फिल्म में उनके भाई को बिलकुल ही नज़र अंदाज़ कर दिया गया. इसके ही बाद से नरेंद्र सिंह ने धोनी को निशाने पर लेते हुए फेसबुक पर कई निराशाजनक पोस्ट किये.
फिल्म में बहन को मिला जगह और भाई को किया बेदखल
धोनी के इस फिल्म में धोनी की बड़ी बहन और जीजा जी का जिक्र तो बड़े जोरशोरों से किया गया और दिखाया भी गया लेकिन उनके भाई नरेंद्र का जिक्र कुछ खास ढंग से नहीं किया गया.
आपको बता दे कि धोनी के भाई नरेंद्र सिंह धोनी पहले बिज़नेस से जुड़े थे लेकिन सफलता हाथ नहीं लगने के बाद उन्होंने समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर ली. आपको बता दे कि इस घटना से पहले नरेंद्र सिंह धोनी रांची में हुए धोनी के क्रिकेट मैचों की टिकटें लाइन में खड़े होकर खरीद कर सुर्खियां बटोर चुके हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इन सारे मैचों में धोनी ने बतौर कप्तान शिरकत की थी.
ऐसे में इतने बड़े कैनवास पर बनी फिल्म में नरेंद्र का जिक्र तक नहीं आना यह साबित करता है कि दोनों भईयों के बीच में कुछ तो गड़बड़ हैं. आपको बता दे कि इस मामलें में धोनी ने अपने भाई का कोई साथ नहीं दिया.
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