आपको बता दे कि आज भारत के मशहूर कमेडियन राजू श्रीवास्तव का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया हैं. राजू को पहली बार दिल का दौरा 10 अगस्त को पड़ा था, जब वह जिम में वर्क आउट कर रहे थे. जिसके बाद उन्हें दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में ले जाया गया. जहाँ उन्हें पता चला कि उनके दिल में कई ब्लॉकेज हैं. इसके बाद वहां के डॉक्टर्स ने राजू की एंजियोग्राफी करने का निर्णय लिया.
आपको बता दे कि एंजियोग्राफी करने के बाद भी राजू की तबियत में ज्यादा सुधार देखने को नहीं मिला. जब से राजू हॉस्पिटल में भरती हुए तब से वो वेंटिलेटर पर ही थे. आखिरकार मौत से जंग लड़ते राजू ने कल अंतिम सांस ली और इस दुनिया को अलविदा कह दिया.
दिल के दौरे की वहज से हुई मौत
जब यह बात सामने आई कि राजू इस दुनिया को छोड़कर चले गये हैं, सारे देश में शोक की लहर दौर गई. सब यह न्यूज़ सुनकर हैरान हो उठे. राजू के गुजर जाने के बाद सब उन्हें नाम आखों से श्रधांजली दे रहे हैं.
आपको बता दे कि कामेडियन ने महज 52 साल की उम्र में ही इस दुनिया को अलविदा कह दिया. इस दुखद धटना को सुनकर हर कोई दुखी हैं. उनके सारे चाहने वाले उन्हें भारी दिल से श्रधांजली दे रहे हैं
गजोधर भईया के नाम से थे मशहूर
राजू कानपूर के रहने वाले थे. राजू को सब गजोधर भैया के नाम से भी जानते थे. उनका यह नाम इसलिए दिया गया क्यूंकि वह अक्सर इसी नाम से कमेडी करते थे. आपको बता दे कि राजू का जन्म 25 दिसम्बर 1963 को हुआ था. उनके पिता रमेश चंद्र श्रीवास्तव भी एक मशहूर कवी थे.
मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में राजू ने बताया था कि, जब बचपन में उन्हें कविता सुनाने के लिए कहा जाता था तब वह किसी के बर्थ डे में जाकर कविता सुनकर आ जाते थे. 1982 में राजू ने महानगरी मुम्बई में अपना कदम रखा था. शुरुआती दिनों में उन्होंने वहां रिक्शा भीं चलाया था.
‘तेजाब’ फिल्म से मिली थी कामयाबी
आपको बता दे कि राजू श्रीवास्तव ने बॉलीवुड में अनिल कपूर कि फिल्म “तेजाब” के अपना पहला कदम रखा था. इस फिल्म में उन्होंने अपनी कॉमेडी से खूब सुर्खिया बटोरी थी. इसके बाद राजू को एक के बाद एक कामयाबी मिलती चली गयी. आज उनके इस दुनिया को छोड़कर चले जाने पर लोगों को बहुत ही दुःख हो रहा हैं.