एक हाथ से बच्चे को कंधे से चिपकाए दूसरे से रिक्शे का हैंडल थामता है ये मजबूर पिता, देखें इमोशनल वीडियो

ऐसा कहा जाता है ना कि बच्चे के लिए पिता का दिल तो पत्थर हो सकता है लेकिन मां की ममता कभी कम नहीं हो सकती. इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है जिसमें उल्टा नजारा देखने को मिला. आपको बता दे कि मध्य प्रदेश के जबलपुर से एक तस्वीर सामने आई हैं, जिसमें एक पिता अपने बच्चे को कंधे पर बैठाकर रिक्शा चलाता नजर आया. वीडियो सोशल मीडिया पर इन दिनों काफी तेज़ी से वायरल हो रहा है.

सोशल मीडिया पर वायरल हुई वीडियो

जबलपुर से एक भावुक कर देना वाला वीडियो सामने आया है जिसे देख कर आपकी आंखें भी नम हो जाएंगी. वीडियो में देखा जा सकता है कि, एक गरीब आदमी अपने बच्चे के पालन पोषण के लिए इतना मजबूर है कि, वह उसे कंधे पर बैठाकर रिक्शा चला रहा हैं. सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है इस वीडियो में एक पिता अपने मासूम से बच्चे को अपने कंधे से चिपकाए हुए रिक्शा चलाता नजर आ रहा है.

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में जो शख्स नजर आ रहा है का उसका नाम राजेश कुमार है. राजेश 10 साल पहले अपनी पत्नी के साथ जबलपुर आया था, और यहाँ पर परिवार का पालन पोषण करने के लिए रिक्शा चलाता है. राजेश के दो बच्चे हैं, जिनमें एक बेटी जो 5 साल की है और एक बच्चा जो 1 साल का है.

इस वजह से बच्चे को साथ लेकर चलाता है रिक्शा

रिक्शा चलाने वाला राजेश अपनी पत्नी और बच्चों के साथ खुशी-खुशी रह रहा था, लेकिन अचानक से उसके जीवन में बड़ा बदलाव आया. दरअसल उसकी पत्नी को किसी और से प्यार हो गया और वह अपने पति और बच्चों को छोड़कर चली गई. पत्नी के छोड़कर जाने के बाद राजेश ने अपने बच्चों को पालने की जिम्मेदारी अपने कंधे पर ले ली. बता दे पिछले कुछ महीनों से राजेश अपने 1 साल के बच्चे को अपने कंधे पर रखकर ही रिक्शा चला रहा है. राजेश अपनी 5 साल की बच्ची को फुटपाथ पर छोड़कर रिक्शा चलाते हैं.

लोग कर रहे तारीफ

वायरल हो रही वीडियो से पता चलता है कि, राजेश जबलपुर के जिला अस्पताल के नजदीक रिक्शा चलाते हैं. वीडियो में राजेश ने बच्चे को बिना कपड़ों के गोद में लिया हुआ है. जैसे ही सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हुई सभी लोग इस रिक्शेवाले की तारीफ करने लगे. राजेश को इस तरह बच्चे को गोद में लिए रिक्शा चलाते हुए देख सभी लोगों की आंखें नम हो गयी हैं.

राजेश का कहना है कि, वह अपने बच्चे को कभी कंधे पर बिठाकर रिक्शा चलाते हैं तो कभी सवारी न मिलने पर बच्चे को रिक्शे में ही सुला देते हैं. राजेश ने बताया की अगर मैं एक दिन भी रिक्शा ना चलाऊं तो पेट भरना मुश्किल हो जाएगा. उनके पास मजदूरी और इसे चलाने के अलावा कमाई का कोई और रास्ता नहीं है.

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