टी-20 विश्व कप के टूर्नामेंट में इस बार भारतीय टीम अपना डंका बजा रही हैं. अपने शानदार परफॉरमेंस से इस बार भारतीय टीम इस टूर्नामेंट के सेमीफइनल में भी पहुँच चुकी हैं. भारतीय टीम की और से इस बार किसी ने टी-20 विश्व कप में अपना डंका बजाया हैं तो वो हैं सूर्यकुमार यादव। बता दे कि ऑस्ट्रिलिया में चल रहे इस मैच में सूर्यकुमार ने पांच में से तीन मैच में लगातार अर्धशतक जड़े और विश्व भर में अपना डंका बजा दिया। सूर्यकुमार के इस शानदार प्रदर्शन के कारण उन्हें अब ‘360 प्लेयर’ कहा जाने लगा हैं.
आपको बता दे कि सूर्यकुमार के इस शानदार प्रदर्शन के पीछे उनकी मेहनत के साथ-साथ किसी और का भी हाथ हैं. यह हाथ और किसी का नहीं बल्कि सूर्यकुमार यादव की पत्नी का ही हैं.
2016 में देविशां से शादी की थी सूर्यकुमार ने
आपको बता दे कि सूर्यकुमार यादव ने साल 2016 में देविशा से शादी की थी। इन दोनों ने अपनी शादी अपनी-अपनी परिवार की सहमती से की थी. देविशा हर वक़्त सूर्यकुमार के साथ ही रहती हैं. सूर्यकुमार जहाँ भी जाते हैं देविशा उनके साथ ही जाती हैं.
क्या करती हैं देविशा?
देविशा के प्रोफेशन की बात करें तो, देविशा एक डांस टीचर हैं. डांस टीचर होने के साथ-साथ देविशा सामाजिक कार्यों में भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती हैं. आपको जानकर हैरानी होगी की देविशां ने कई एनजीओ में काम भी किया हैं. बता दे कि देविशा मुंबई की निवासी हैं. उनकी पूरी शिक्षा-दिक्षा भी मुंबई में ही हुई हैं. देविशा ने कॉमर्स और इकॉनमिक्स में ग्रेजुएशन किया हैं.
दोनों की दोस्ती बदली प्यार में
आपको बता दे कि सूर्यकुमार और देविशा एक ही कॉलेज में पढ़ते थे. कॉलेज के दिनों से ही दोनों दोस्त थे. पहले दोनों की दोस्ती हुई फिर उनकी यही दोस्ती प्यार में बदल गई. देविशा सूर्यकुमार से बेहद ही प्यार करती हैं. उन्होंने अपने पीठ पर सूर्यकुमार के नाम का टैटू भी बनवा रखा हैं.
सोशल मिडिया पर भी काफी एक्टिव रहती हैं देविशा
बता दे कि देविशा सोशल मिडिया पर भी काफी एक्टिव रहती हैं. वो अकसर अपनी और सूर्यकुमार की तस्वीरें अपने अकाउंट से शेयर करती रहती हैं. इन तस्वीरों में दोनों बहुत ही प्यारे लगते हैं.
क्रिकेट के लिए बहुत स्ट्रिक्ट हैं देविशा
आपको बता दे कि देविशा ने सूर्यकुमार के क्रिकेट को लेकर कुछ नियम बनाये हैं. सबसे पहले तो देविशा क्रिकेट से पहले सूर्यकुमार का फ़ोन अपने पास रख लेती हैं. ताकि उनका ध्यान कही और ना भटके और वह बिना किसी दवाब के मैच खेल सके.