यहां पहचाने वर्दी देखकर, कौन किस पद पर हैं फिर नही होगी कोई कंफ्यूजन…

हम अक्सर वर्दी देखकर यह कंफ्यूज हो जाते हैं कि कौन सी भर्ती किस पद का रूप है इसीलिए आज हम आपको आपकी कंफ्यूजन दूर करवाएंगे बताएंगे कि किस वर्दी का किस पद का रूप है साथ ही जिस घर में कोई भी पुलिस में होता है उसका दुआ भी अलग होता है क्योंकि इस वर्दी की खासियत है इसको पहनने के लिए मेहनत भी बहुत करनी पड़ती है जैसे कि आईपीएस है यहां तक पहुंचने के लिए परीक्षा में बैठना पड़ता है और सफल भी होना पड़ता है तब जाकर हमें यह पद मिलता है आज हम आपको वर्दी के अनेक पद बताएंगे चलिए जानते हैं।


पुलिस में भर्ती होने के बाद अलग-अलग पदों की अलग होती है जिससे उन्हें पहचान पाना बहुत मुश्किल होता है आज हम आपकी सिम मुश्किल को आसान करेंगे वर्दी देखकर आपको पहचानना आसान हो जाएगा कि वह किस पदों पर है और किस रंग का अधिकारी है इसलिए आइए और जान लीजिए किस पृष्ठ अधिकारी की वर्दी कैसी होती है।

कॉन्स्टेबल : पुलिस विभाग में सबसे पहली पोस्ट कॉन्स्टेबल की होती है। इनकी यूनिफ़ॉर्म पर कोई भी बैज या फिर स्‍टार नहीं होता है ।

हेड कॉन्स्टेबल : हेड कॉन्स्टेबल की पोस्ट कॉन्स्टेबल से एक रैंक ऊपर होती है। इनकी यूनिफॉर्म पर काले रंग की पट्टी पर पीले रंग की दो पट्टी लगी होती हैं। हालांकि कई अन्य राज्यों के हेड कॉन्‍स्‍टेबल की यूनिफ़ॉर्म अलग होती है, जिसमें लाल रंग की चौड़ी पट्टी पर तीन काली पट्टी होती हैं।

सीनियर पुलिस कॉन्स्टेबल : सीनियर पुलिस कॉन्स्टेबल का पद कॉन्‍स्‍टेबल और हेड कॉन्‍स्‍टेबल दोनों से ऊपर होता है। इनकी यूनिफ़ॉर्म में बैज की जगह काले रंग की पट्टी के ऊपर पीले रंग की भी पट्टी होती है लेकिन कुछ राज्यों में बैज पर लाल रंग की पट्टियां होती हैं।

असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर : ASI यानि असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर की रैंक, हेड कॉन्स्टेबल के बाद होती है। इनकी वर्दी पर नीली और लाल पट्टी के साथ एक स्टार भी लगा होता है।

सब इंस्पेक्टर : SI के बाद सब इंस्पेक्टर की रैंक होती है, जिसे ऑफ़िसर रैंक माना जाता है। ये पोस्ट आर्मी के सूबेदार के बराबर होती है। इनकी यूनिफ़ॉर्म पर लाल और नीली रंग की पट्टी के साथ-साथ 2 स्टार लगे होते हैं।

इंस्‍पेक्‍टर : किसी भी थाने का इन्चार्ज यानि इंस्पेक्टर, इनके अंडर में थाने में जितने लोग होते हैं सब उनका आदेश मानते हैं। इनकी वर्दी पर एक लाल और नीली स्ट्रिप होती है जिस पर तीन स्टार लगे होते हैं।

डिप्‍टी सुपरिटेंडेंट ऑफ़ पुलिस-DSP : DSP यानि डिप्‍टी सुपरिटेंडेंट ऑफ़ पुलिस किसी भी राज्‍य की पुलिस का प्रतिनिधि होता है। इनकी वर्दी पर एक लाल और ख़ाकी रंग का बैज होता है और बैज पर तीन स्टार लगे होते है, लेकिन कोई भी पट्टी नहीं होती है।

असिस्‍टेंट सुपरिटेंडेंट ऑफ़ पुलिस-ASP : ASP यानि असिस्‍टेंट सुपरिंटेंडेंट ऑफ़ पुलिस, जिन्हें एडिशनल डिप्‍टी कमिश्‍नर भी बोलते हैं और ये DSP से एक रैंक ऊपर होता है। ASP की वर्दी पर अशोक स्तम्भ के साथ-साथ IPS का लोगो लगा होता है। इसी रैंक के तहत ऑफ़िसर की पुलिस ट्रेनिंग भी होती है। इसके अलावा एडीशनल सुपरीटेंडेंट ऑफ़ पुलिस की यूनिफ़ॉर्म भी कुछ ऐसी ही होती है।

सुपरिटेंडेंट ऑफ़ पुलिस : सुपरिंडेंटेंट ऑफ़ पुलिस यानि SP, जिन्हें डिप्‍टी कमिश्‍नर ऑफ़ पुलिस (DCP) के नाम से भी जाना जाता है और ये ASP से ऊपर की रैंक है। इनकी वर्दी पर अशोक स्तम्भ और और एक स्टार लगा होता है।

सीनियर सुपरिटेंडेंट ऑफ़ पुलिस- SSP : SSP यानि सीनियर सुपरिटेंडेंट ऑफ़ पुलिस की पैस्ट एसपी से एक रैंक ऊपर होती है। इन्‍हें वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के नाम से भी जाना जाता है. इनकी तैनाती बड़े शहरों में होती है और पूरा ज़िला इनके अंडर में होता है। इनकी वर्दी पर एक अशोक स्तम्भ और 2 स्टार लगे होते हैं।

डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस– DIG : DIG यानि पुलिस उपमहानिरक्षक के बैज पर आईपीएस IPS लिखा होता है और अशोक स्तम्भ के साथ तीन स्टार भी लगे होते हैं।

इंस्पेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस- IG :IG यानि इंस्पेक्टर जनरल ऑफ़ पुलिस, जिन्हें पुलिस महानिरक्षक के नाम से भी जाना जाता है। इनकी वर्दी पर एक तलवार और स्टार रहता है और बैज में आईपीएस लिखा होता है, आपको बता दें, भारत का पुलिस सिस्‍टम दुनिया के कुछ बड़े पुलिस सिस्‍टम का हिस्‍सा है। भारत में 28 राज्‍यों के पास अपनी-अपनी पुलिस फ़ोर्स है। इनमें कुल पुलिस कर्मियों की संख्या लाखों में है।

DGP- ये पुलिस विभाग का सबसे बड़ा कर्मचारी माना जाता है