दो लेस्बियन महिला डॉक्टर्स ने धूम धाम से पूरे समाज के सामने की सगाई,घर वालों ने दिया पूरा साथ..

इस दुनिया में प्यार तो हर कोई करता है लेकिन कुछ का प्यार कैसा होता है जो सुनने में बहुत अच्छा टावर अजीब लगता है आज हमारे संसार में बहुत सारी चीजें बदल चुकी हैं और बहुत सारी चीजों को बदलने की कोशिश की जा रही है और बहुत सारी चीजों को बदलना भी चाहिए कुछ रिश्ते ऐसे भी हैं जिन्हें देखकर लोग सकुचाते हैं

समलैंगिकता एक बड़ी सच्चाई

लेकिन समलैंगिकता भी इस दुनिया की एक बड़ी सच्चाई है जिसे काफी सारे लोग मानना नहीं चाहते और बुरी नजरों से भी देखते हैं लेकिन यह भी एक सच्चाई है और यह हर इंसान का मौलिक अधिकार भी है अगर हम और आप और समाज इन रिश्तो को गलत तरीके से दिखता है तो यह हमारी दिक्कत है हर किसी को जीने का हक है और प्यार करने का हक है आज हम आपको एक ऐसी ही समलैंगिकता की कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं।

नागपुर की है दोनों लड़कियां

खबरों के अनुसार नागपुर में एक ऐसा ही अनोखा नजारा देखने को मिला यहां पूरे परिवार की रजामंदी के बाद दो लड़कियों ने बड़े धूमधाम से आपस में सगाई की और अब यह गोवा में शादी करने जा रही हैं दोनों के माता-पिता उनके इस रिश्ते से खुश हैं और रिंग सेरेमनी के दौरान सभी ने प्रसन्नता भी जताई।

कमिटमेंट रिंग सेरेमनी

आपको बता दें दोनों लड़कियों ने सगाई को कमिटमेंट रिंग सेरेमनी नाम दिया है लड़कियों के नाम सुरभि मित्रा और पारोमिता मुखर्जी है सुरभि पेशे से डॉक्टर हैं वह नागपुर की रहने वाली थी इसलिए दोनों ने यही रिंग सेरेमनी करने का फैसला किया इसे कमिटमेंट सेरेमनी का नाम दिया।

रिंग सेरेमनी के बाद अब सुरभि और पारोमिता गोवा में डेस्टिनेशन वेडिंग करेंगी रिंग सेरेमनी की तरह ही दोनों ने अपनी वेडिंग को सिविल यूनियन का नाम दिया है दोनों अपनी शादी को लेकर बहुत ही उत्साहित हैं और शादी की तैयारियों में व्यस्त हैं।

ले इनसे प्रेरणा

परमिता मुखर्जी ने बताया कि उनके पिता को साल सन 2013 में उनकी समलैंगिकता के बारे में पता लगा उनके पिता उनके साथ सामान्य व्यवहार करते थे मैं पिता से सहज भी थी लेकिन माता को उन्होंने कुछ दिनों पहले बताया और मैं कुछ टाइम तक नाराज भी रहीं लेकिन फिर वह मान गई नागपुर की रहने वाली डॉ सुरभि मित्रा ने बताया कि उनके माता-पिता को उन्होंने शुरू में ही अपने होमोसेक्सुअल होने के बारे में बता दिया था उनके परिवार की ओर से कभी भी उनके सेक्सुअल ओरियंटेशन का विरोध नहीं किया गया उन्होंने बताया कि जब उनके माता-पिता को पता चला तो वह खुश हुए कि उनकी बेटी ने कुछ छुपाया नहीं सुरभि ने कहा मैं एक मनोचिकित्सक हूं और कई लोग मुझसे दोहरी जिंदगी जीने की बात करते हैं वह चाहती हैं कि दूसरे भी उनसे प्रेरणा ले और दोहरी जिंदगी ना जिएं।