अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने बॉलीवुड में एक से एक बड़कर फिल्मों में अभिनय कर अपनी खास पहचान बनाई है एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा ने कई हिट फिल्मे दी है अपने अभिनय के दम पर बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक प्रियंका चोपड़ा ने मशहूर सिंगर निक जोनस से शादी करके बंधन में बढ़ने के बाद अमेरिका में मूल निवासी निक जोनस के साथ जीवन व्यतीत कर रही हैं लेकिन अब खबरे ये आ रही हैं प्रियंका ने अपने पति के नाम को अपने इंस्टाग्राम आई डी से हटा दिया था
जिससे ऐसे अनुमान लगाए जा रहे है की प्रियंका चोपड़ा अपने पति से तलाक लेने वाली है दोनों के बीच सम्बन्ध ठीक नहीं है लेकिन उनकी मां ने साफ साफ इस बात का खुलासा करते हुए कहा है कि दोनों के बीच रिश्ता बिल्कुल सामान्य हैं और तलाक जैसी कोई भी खबर नही है आपको बता दे की निक जोनस प्रियंका चोपड़ा से 10 साल छोटे हैं फिर भी प्यार दोनों में बहुत हैं
जानकारी के लिए बता दे प्रियंका चोपड़ा ने एक इंटरव्यू मे खुलासा किया था उनके पति डायबीटीज से पीड़ित है जब वो काफी छोटे थे तब से वह इस बीमारी से पीड़ित है जब घर बलों को ये पता चला वह काफी परेशान हो गए उनका बहुत इलाज कराया गया ये बीमारी को लेकर वह काफी ज्यादा गंभीर हैं
निक जोनस ने अपने आप को संतुलित भोजन नियमित दवाई के सेवन से इंसुलिन ने प्रयोग से इस बीमारी के इलाज को संभव बनाया है अपने आप को फिट कर रखा है निक जोनस ने बताया है कैसे उनकी पत्नी प्रियंका चोपड़ा ने उनका इस बीमारी से लड़ने में उनका पूरा साथ दिया है उनका बहुत सपोर्ट किया है
उनका बराबर ध्यान रखा निक भी इस बीमारी को गंभीरता पूर्वक लेने के लिए यह बताते है लोगों को जागरूक भी करने की अपील करते हैनिक जॉन्स कोमा में जाने की नौबत आ गई थी. जल्दबाजी में उनको हॉस्पिटल पहुचाया गया.तब जाकर उनकी स्थिति सामान्य हुई. निक जॉनसन ने कई बार मंच पर सामने आकर इस बीमारी के बारे में भी बातचीत की सचेत रहने की अपील की है. प्रियंका ने भी निक का हमेशा ही साथ दिया है. निक के माता-पिता निक की इस बीमारी को लेकर काफी परेशान रहते थे.
लेकिन निक ने अपने आप को संतुलित आहार व्यायाम और मानसिक ताकत के कारण इस पर जीत हासिल की है.
आपको बता दें टाइप वन डायबिटीज में पैंक्रियास इंसुलिन को बराबर बिल्कुल ही नहीं बना पाती हैं.अगर किसी व्यक्ति को कम उम्र में ही यह बीमारी लग जाती है यह जेनेटिक डिसऑर्डर के कारण होता है.यानी कि निक जॉन्स को यह बीमारी जेनेटिक डिसऑर्डर के कारण हुई होगी.इस बीमारी में पूरे जीवन भर दवाइयों का सहारा लेना पड़ता है. इंसुलिन का इंजेक्शन लेना पड़ता है.ताकि शुगर लेवल कंट्रोल रहे शरीर में शुगर की कमी ना हो पाए तो इस शुगर की बीमारी से ग्रस्त दुनिया की 60% आबादी इस शुगर जैसी बीमारी से ग्रस्त है. लोग इसको नजरअंदाज कर देते हैं. यह एक क्रॉनिक डिजीज है लेकिन निक जॉन्स ने अपने प्रयासों के बावजूद इस पर विजय प्राप्त की है आज वह बिल्कुल स्वस्थ हैं.