हार्दिक पांड्या एक ऑल राउंडर क्रिकेटर हैं। हार्दिक पांड्या का जन्म 11 अक्टूबर 1993 को चोर्यासी, गुजरात,में हुआ था। 29 साल के इस खिलाड़ी ने अपने बल्लेबाजी से लोगो के दिलों में अलग जगह बनाई है। आपको बता दे की एक समय हार्दिक पंड्या के पिता सूरत में छोटा-मोटा व्यवसाय चलाते थे मगर कुछ समय बाद उनका व्यवसाय बंद हो गया। इसके बाद उनका परिवार वड़ोदरा में आकर बस गया था। उनके घर में आर्थिक समस्या चल रही थी। यही कारण था की उन्होंने बचपन से ही यह ठान लिया था की वह कुछ बड़ा करेंगे।
आज हार्दिक पांड्या का नाम पूरी विश्व में फैला हुआ है। इन दिनों हर कोई इस खिलाड़ी की जमकर प्रशंसा करता नजर आ रहा है। हर कोई जानता है कि इस खिलाड़ी ने अपनी मेहनत और प्रतिभा के दम पर आज यह मुकाम पाया है। आज वह भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करते नजर आ रहे हैं। आपको बता दे की हार्दिक पांड्या और उनके भाई कुणाल पांड्या ने इस मुकाम को पाने के लिए बहुत संघर्ष किया है। बता दे की जब वह शुरुआती दिनों में क्रिकेट खेला करते थे तब उनके पास आने-जाने के लिए भी किराया नहीं होता था। इस वजह से उन्होंने बहुत सी रात गुरुद्वारे में ही गुजारते थे।
इतना ही नहीं प्रैक्टिस के पहले जब उन्हें भूख लगती थी तब वह गुरुद्वारे के लंगर में ही खाना खा लेते थे। आज हम आपको बताते हैं कैसे हार्दिक पांड्या की किस्मत 2015 के बाद बिलकुल बदल गई। साल 2014 तक हार्दिक पंड्या का विश्व क्रिकेट में कोई पहचान नहीं थी। सिर्फ कुछ रुपयों के लिए वह लोकल क्रिकेट खेला करते थे लेकिन उन दिनों भी वह शानदार क्रिकेट खेलते थे। हार्दिक पांड्या की किस्मत तब चमकी जब इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में उन्हें साल 2015 में मुंबई इंडियंस ने 10 लाख रुपए में खरीदा। आज उसकी नेट वर्थ लगभग 68 करोड़ रूपए है।
अपने शुरुआती खेल में ही हार्दिक पांड्या ने अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी से लोगों को खूब प्रभावित किया। हार्दिक पांड्या के इस शानदार प्रदर्शन का ही नतीजा था की उन्हें 2017 में भारतीय टीम में जगह मिल गई। भारतीय टीम में आने के बाद हार्दिक पांड्या ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उसके बाद वह लगातार शानदार प्रदर्शन देते रहे। लेकिन उसके बाद 2 सालों तक चोट की वजह से हार्दिक पांड्या को खेल से दुरी बनानी पड़ी थी। फिर उन्होंने साल 2021 में वापसी की। कमबैक के बाद उन्होंने सफलता की नई ऊचाई छुई।