बॉलीवुड एक ऐसा प्लेटफार्म है जहां पर नीचे से उठ कर आया बंदा भी नाम कमा कर ले जाता है बॉलीवुड ने कई लड़कों को और कई लड़कियों को उस मुकाम तक पहुंचाया है जिस मुकाम तक पहुंचने का उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था और आज वह उस मुकाम पर पहुंच गए हैं जहां से नीचे देखते ही उनको लगता है कि बॉलीवुड ने उन्हें क्या से क्या बना दिया
लेकिन बॉलीवुड में कई सितारे कुछ इस तरीके की फिल्में भी बनाते हैं जिन्हें देखकर आपको शर्म भी आ जाएगी आज हम आपको कुछ ऐसे ही फिल्मों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका निर्माण तो बहुत जोर शोर से किया गया लेकिन वह फिल्में सेंसर बोर्ड की नजरों में ठीक नहीं बैठी इन फिल्मों के रिलीज होने से पहले ही इनको बैन कर दिया गया पर आज कुछ प्लेटफॉर्म्स पर यह फिल्म धड़ल्ले से दिखाई जा रही हैं और कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही है आइए आपको बताते हैं कौन कौन सी फिल्में हैं वो..
फायर
डायरेक्टर दीप मेहता की दो महिलाओं की समलैंगिकता की कहानी को लेकर लेकर काफी ज्यादा बवाल हुआ था और इस फिल्म को फिर बाद में सेंसर बोर्ड ने बैन कर दिया था।
अनफ्रीडम
यह फिल्म साल सन 2015 में बनी थी लेकिन सेंसर बोर्ड ने फिल्म पर बैन लगा दिया समग्र संबंधों के आधार पर फिल्म में अश्लील सामग्री का खजाना था जिसके चलते उसे बैन कर दिया गया था।
ध पेन्टेड हाउस
फिल्म को सन 2015 में देखने के बाद सेंसर बोर्ड द्वारा प्रतिबंधित कर दिया गया था यह फिल्म एक बूढ़े आदमी और एक जवान लड़की के अश्लील रिश्तों को लेकर बनाई गई थी।
पांच
सन 2003 की फिल्म भी सबसे विवादास्पद फिल्मों में से एक है इसमें सेंसर इतना कट हुआ था कि इसे प्रतिबंधित कर दिया गया था हालांकि फिल्म को उसके रंग के कारण नहीं बल्कि हिंसा और नसखोरी के कारण प्रतिबंधित किया गया था फिल्म का निर्देशन अनुराग कश्यप ने किया था।
बेंटिड क्विन
फिल्म बैंडिट क्वीन की चर्चा आज भी पूरे बॉलीवुड में हो रही है यह फिल्म एक ऐसी महिला की कहानी पर आधारित है जिसे समाज में कई लोगों ने उसकी इज्जत लूट ली थी और इस घटना के बाद फूलन देवी के रूप में महिला चंबल घाटी में एक डाकू बन गई और अपना बदला लेने लगी