सब लोग मंदिर तो जाते ही हैं क्या आपने कभी सोचा है मंदिर में जाने से पहले किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए हम अंदर भगवान के आशीर्वाद के लिए जाते हैं मंदिर में प्रवेश करने से पहले हमें काफी बातों का ध्यान रखना चाहिए पर हम उन बातों का ध्यान ना रख कर कई गलतियां कर देते हैं जिसके कारण हमारे पुण्य पाप में बदल जाते हैं तो आइए जानते हैं हमें किन चीजों से रहना चाहिए सावधान।
कोई मंदिर जाता है और शांति का अनुभव करता है सनातन धर्म में भगवान के दर्शन का बहुत महत्व माना गया है लेकिन मंदिर जाते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए जो कि हम अक्सर नहीं रखते हैं कई बार हम मंदिर जाते हैं तो कुछ ऐसी गलतियां कर देते हैं जिनका हमें पुण्य की जगह पाप मिलता है।
इसलिए किसी मंदिर या किसी धर्म की जगह जाने से पहले कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए अधिकतर मंदिर में काफी भीड़ होती है तो दर्शन करने के लिए हम भीड़ में शामिल हो जाते हैं ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए मंदिर में हमेशा भक्ति भाव से जाना चाहिए मंदिर भगवान को देखने और शांति प्राप्त करने का स्थान है इसलिए वहां जाकर शांति और आराम से ही भगवान की पूजा करनी चाहिए।
जब हम मंदिर जाते हैं तो ज्यादातर लोग परिक्रमा भी करते हैं लेकिन अक्सर लोग जानकारी के अभाव में गलत तरीके से परिक्रमा करते हैं जो कि बिल्कुल ही गलत है शास्त्रों के अनुसार और ज्योतिषी के अनुसार परिक्रमा हमेशा बाएं हाथ से शुरू करनी चाहिए और फिर दाहिने हाथ की ओर मोड़ना चाहिए शिवलिंग की परिक्रमा करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें जिस स्थान से जल बह रहा हो उसे कभी भी बाल नहीं करना चाहिए ऐसा करने से हम पाप की भागीदारी हो जाते हैं।
मंदिर जाते समय चमड़े की बेल्ट का बिल्कुल भी इस्तेमाल ना करें हमारी मांने तो बेल्ट मंदिर के अंदर कभी लगाकर नहीं जाना चाहिए इसके पीछे धार्मिक कारण भी है चलिए हम आपको बता देते हैं की चमड़े को अंदर क्यों नहीं ले जाना चाहिए क्योंकि बेल्ट हमेशा जानवरों की खाल से बनाया जाता है और यह अशुभ भी माना गया है किसी भी प्रकार की पूजा में चमड़े की वस्तु वर्जित मानी जाती है इसीलिए हमें चमड़े की किसी भी प्रकार की वस्तु मंदिर के अंदर ले जाने की अनुमति नहीं है।
ऐसा माना जाता है कि मंदिर में भगवान की मूर्ति के सामने कभी नहीं खड़ा होना चाहिए।मंदिर में स्थापित मूर्तियों का विभिन्न मंत्रों से आह्वान किया जाता है।वहीं ईश्वर के स्वरूप से वही ऊर्जा निकलती है, जिसे सामान्य मनुष्य सहन नहीं कर सकता।
लोग मंदिर जाते हैं और भगवान से प्रार्थना करते हैं और सब कुछ भूल जाते हैं और केवल भगवान पर ध्यान केंद्रित करते हैं।इसलिए मंदिर में कभी भी जोर से बोलना या हंसना नहीं चाहिए।इससे अन्य लोगों की पूजा में बाधा आती है और आपको भी मंदिर जाने का पूरा लाभ नहीं मिलता है।