आपको बता दे कि ओडिशा से एक बहुत ही दिल दहला देने वाली घटना सामने आई हैं. जिसे सुनकर आप हैरान रह जायेंगे। दरअसल बात कुछ ऐसी है कि ओडिशा के बलंगीर में एक सरकारी स्कूल में भाला फेक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इस प्रतियोगिता में कुछ ऐसा हुआ कि वहां मौजूद लोग इस घटना को देखकर शिहर उठे. आईये जानते है क्या है पूरा मामला विस्तार से.
भाला फेक प्रतियोगिता के दौरान एक छात्र के साथ घटी खतरनाक घटना
बता दे कि ओडिशा के बलंगीर में एक सरकारी स्कूल में हर साल खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता हैं. इस बार भी इस प्रतियोगिता का आयोजन किया। जहाँ पर नौवीं की एक छात्र के साथ कुछ ऐसा घटित हुआ जिस सुनकर आप हैरान रह जायेंगे। बता दे कि प्रतियोगिता के दौरान नौवीं के इस छात्र से गले में भाला घुस गया. भला घुसने से छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया. जिसके बाद उसे अफरातफरी में अस्पताल ले जाया गया.
गले के आर-पार पहुंचा भाला
इस घटना में अब पुलिस ने भी हस्तक्षेप किया है. आपको बता दे कि घायल होने वाले इस छात्र का नाम सदानंद मेहर है. सदानंद मेहर के चाचा ने कहा कि ” स्कूल के शिक्षकों ने मुझे इस बारे में बताया और मैं अस्पताल पहुंचा।” हालांकि अब छात्र की जान खतरे से बाहर हैं. इस घटना पर बात करते हुए स्कूल के एक टीचर ने बताया कि एक छात्र भाला फेक की तैयारी कर रहा. छात्र जैसे ही तैयारी करने के लिए अपना भाला फेकता है भाला सदानंद मेहर के गले में जा लगता है.
आईसीयू में भर्ती है छात्र
बता दे कि भाला सदानंद मेहर नाम के छात्र के गले के आर-पार हो जाता हैं. जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहाँ पर डॉक्टर्स ने उसके गले से भाला निकाला। अभी सदानंद मेहर को अस्पातल के आईसीयू में भर्ती कराया गया हैं. डॉक्टर्स ने बताया है कि अब उसकी हालत में सुधार है और उसकी जान को कोई खतरा भी नहीं है.
मुख्य्मंत्री ने 30 हज़ार रूपये की सहायता राशि मुहया करवाई
आपको बता दे कि यह मामला इतना गंभीर हुआ कि खुद मुख्यमंत्री ने इस मामले हस्तक्षेप किया हैं. मुख्यमंत्री ने छात्र राहत कोष से छात्र का ईलाज करवाने का निर्देश दिया। बता दे इस बारे में बात करते हुए बलांगिर के जिलाधिकारी चंचल राणा ने कहा, “स्कूल में खेल प्रतियोगिता आयोजित की गई थी और यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना हो गई. हमें यह जानकर राहत मिली कि छात्र की हालत अब खतरे से बाहर है.” जिलाधिकारी ने भी अफसरों को छात्र के परिवार को 30 हजार रुपए की फौरन सहायता प्रदान करने का आदेश दिया है. वहीं मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने निर्देश दिया है कि, ‘छात्र को बेहतर इलाज मुहैया कराया जाए और इसके लिए जरूरी रकम मुख्यमंत्री राहत कोष से दी जाए.’