एक बार फिर मुसीबतों से घिरे रणबीर कपूर, बजरंग दल के कार्यकर्ताओं से हुआ पंगा
अपने बीफ़ खाने वाले बयान से कुछ दिनों पहले लोगों के निशाने पर आये रणबीर कपूर एक बार फिर मुसीबतों में घिर गये हैं. बात ऐसी हैं की 6 सितंबर को रणबीर कपूर और उनकी टीम (अलिया भट्ट और निर्देशक अयान मुखर्जी) अपनी फिल्म “ब्रम्हास्त्र” के प्रमोशन के लिए उज्जैन (मध्य प्रदेश) के महाकाल मंदिर पहुंचे थे. जंहा उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा. आइये जानते हैं क्या हैं पूरा मामला.
आलिया के इन्स्टाग्राम अकाउंट से पता चला बजरंग दल को सच
दरसल कुछ दिनों पहले आलिया भट्ट ने अपने इन्स्टाग्राम अकाउंट से एक विडियो शेयर किया था, जिसमे यह दिखया गया था कि आलिया, रणबीर और आयन मुखर्जी के साथ उज्जैन के महाकाल के मंदिर जाने वाले हैं. जब रणबीर और उनकी टीम वहां पहुँची, तब बजरंग दल के लोग भी अपने कायकर्ता के साथ वहां पहुँच गये. और इन लोगो ने (बजरंग दल के लोग ) रणबीर का विरोध करना शुरू कर दिया.
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बजरंग दल के लोगों ने क्यों अपने निशाने पर लिया रणबीर कपूर को
मीडिया के सवाल पूछने पर उज्जैन में हिन्दू संगठन के अध्यक्ष ने बताया की बजरंग दल के लोग रणबीर में बीफ़ वाले व्यान के कारन उनका विरोध कर रहे थे. कुछ ख़बरों की माने तो महाकाल मंदिर में हंगामे के दौरान बजरंग दल के लोग पुलिस से भी भीड़ गयें. बिगरती हालत को देखते हुए रणबीर और उनकी टीम बिना पूजा किये वहां से निकल गये.
आज तक की मीडिया रिपोर्टर नेहा वर्मा के अनुसार बजरंगदल का कहना हैं कि “ब्रह्मास्त्र” फिल्म में हीरो का रोल निभाने वाले रणबीर कपूर ने बीफ़ खाने को लेकर जो टिप्पणी दी हैं वो गलत हैं. उज्जैन में बजरंगदल के अध्यक्ष अंकित चौबे ने कहा,
“उसने (रणबीर कपूर) हमारी गोमाता के लिए अश्लील बयान दिए हैं. हम इसका विरोध करने आए हैं. हम विरोध कर रहे हैं तो प्रशासन ने हमारे कार्यकर्ता के साथ मारपीट की है. हम इसका भी विरोध करते हैं और इसके खिलाफ बड़ा आंदोलन करेंगे. रणबीर कपूर और आलिया भट्ट को महाकाल मंदिर में नहीं घुसने देंगे. चैनल पर रणबीर कहता है कि बीफ खाना अच्छी चीज है, ऐसे गोभक्षक को बजरंगदल महाकाल मंदिर में नहीं घुसने देगा.”
पुलिस वालों और बजरंग दल के लोग बीच हुई हाथा-पाई
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार स्थिती नियंत्रण करने की कोशिश में पुलिस ने बजरंग दल के एक कार्यकर्त्ता ‘दिलीप’ को पीट दिया. वहां मौजूद एक पुलिस ने बताया की दिलीप पुलिस वालों से हाथा पाई पर उतर आया था. उज्जैन पुलिस के सीएसपी ओमप्रकाश मिश्रा ने कहा कि पुलिस सुरक्षा प्रबंध के लिए महाकाल मंदिर पहुँची थी. उन्होंने बताया,
“पुलिस बैरिकेड लगाकर प्रदर्शनकारियों को पीछे करने की कोशिश कर रही थी. बजरंगदल के अध्यक्ष से हमारी बात हुई थी. उनके बात करते टाइम एक लड़का आया और बैरिकेड हटाने की कोशिश करने लगा. उसे समझाया गया कि बैरिकेड के पीछे रहे लेकिन वो मेरे और स्टाफ के साथ भिड़ गया. इस दौरान मेरे हाथ में चोट लगी. मेरी वर्दी के दो बटन टूट गए. मेरी नेम प्लेट तोड़ दी.”
वहीं अंकित चौबे ने अपने पक्ष का बचाव करते हुए कहा कि कार्यकर्ता रणबीर और उनके साथी को काले झंडे दिखाकर शांतिप्रिय विरोध करने गये थे, लेकिन पुलिस ने उनके कार्यकर्ता से मारपीट की जिसका विरोध किया जाएगा. इन हो हंगामे के बीच उज्जैन के कलेक्टर आशीष दास ने खुद वहां गये और मामले को संभाला और खुद इन तीनो को वहां से सुरक्षित निकाला.