मृत्यु को प्रकृति का अटल सत्य कहा जाता है मृत्यु तो आनी ही होती है हर किसी की मृत्यु कभी न कभी जरूर होती है किसी की मृत्यु जल्दी हो जाती है किसी की देर में होती है लेकिन इस मृत्यु से जुड़े ही आज हम आपको कुछ तथ्य बताने जा रहे हैं जिन्हें सुनकर आपको हैरानी ही नहीं बल्कि ऐसा भी लगेगा कि यह मैंने पहले क्यों नहीं किया अगर आपको अर्थी दिख जाए तो आप चुपके से बस यह कुछ काम कर ले तो आपकी मनोकामना इस तरीके से पूरी होगी कि आपको भी हैरानी होगी जी हां आइए आपको बताते हैं क्या हैं वो काम..
मृत्यु को प्रकृति का अटल
इस धरती पर जन्म में हर एक व्यक्ति या जानवर को एक ना एक दिन मरना ही होता है गरुड़ पुराण में कहा गया है कि जब किसी व्यक्ति की मृत्यु पास आती है तब यमराज उन्हें कुछ संकेत देते हैं यमराज के दूत मरने वाले लोगों के पास आते हैं।
और केवल पापी मनुष्य को ही यम के दूतों से भय लगता है अच्छे कर्म करने वाले व्यक्ति को मरने के समय अपने सामने दिव्य प्रकाश दिखाई देता है और उन्हें मृत्यु से भय नहीं लगता गरुड़ पुराण में कहा गया है कि जो मनुष्य मृत्यु को प्राप्त होने वाला होता है वह बोल नहीं पाता अंत समय में व्यक्ति की आवाज बंद हो जाती है और उसकी आवाज घरघराने लगती है ऐसा प्रतीत होता है मानो कोई उसका गला दबा रहा हो।
अंतिम समय में उसे
ईश्वर की तरफ से दिव्य दृष्टि प्रदान होती है और वह सारे संसार को एक रुप से देखने लगता है आंखों से उसे कुछ नजर नहीं आता अंधा हो जाता है और उसे अपने आसपास बैठे लोग भी नजर नहीं आते हैं उसकी समस्त इंद्रियों का नाश हो जाता है वह जड़ अवस्था में आ जाता है यानी हिलने डुलने में असमर्थ हो जाता है इसके बाद उसके मुंह से झाग निकलने लगता है और लार टपकने लगती है पापी पुरुष के प्राण नीचे के मार्ग से निकलते हैं।
शव यात्रा दिखने पर
करें यह काम मरने के बाद व्यक्ति की शव यात्रा निकाली जाती है शव यात्रा में व्यक्ति की लाश को चार लोग मिलकर कंधा देते हैं और उसे श्मशान घाट तक पहुंचाते हैं जहां पर उसका दाह संस्कार किया जाता है शव यात्रा देखने पर बहुत सारे लोग हाथ जोड़ लेते हैं और मरने वाले की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं शव यात्रा देखना वैसे तो अपने आप में ही दुखद होता है । पर यदि व्यक्ति एक काम कर ले तो उसके मन की सभी मुरादें पूरी हो जाती है।
आखिर क्या है वह काम
आपको बहुत मुश्किल काम करना होगा पर ऐसा कुछ भी नहीं है हम जो आपको बता रहे हैं वह बहुत आसान सा काम है उसे करने के लिए आपको कोई मेहनत नहीं करनी पड़ेगी दरअसल मान्यता यह है कि यदि व्यक्ति शव यात्रा निकलने के दौरान हाथ जोड़कर भगवान शिव का स्मरण करें तो भगवान उसकी सभी मनोकामना पूरी करते हैं।
इसलिए आगे से जब भी आप किसी की शव यात्रा देखें तो हाथ जोड़कर भगवान शिव का स्मरण अवश्य करें और मरने वाले की आत्मा की शांति की कामना करें. ऐसा करने से आपके मन की मनोकामना भी पूरी हो जायेगी और मरने वाले की आत्मा को शांति मिलेगी. इतना ही नहीं, मनुष्य के बुरे समय में आने वाली सभी परेशानियां भी टल जाती हैं।