अगर आपसे कोई पूछे कि क्या आपने रेल से सफर किया है तो शायद आपको यह बात सुनने में बहुत मजाक लगेगी पर आज हम आपको बताने जा रहे हैं रेल रेलवेज के बारे में कुछ ऐसी बातें जो आपने कभी नहीं सुनी होंगी हालांकि यह तो हम सभी जानते हैं कि रेलवे लाइंस का जाल पूरे देश में बिछा हुआ है पर क्या आप यह जानते हैं कि रेल से जुड़ी कुछ ऐसी बातें हैं जिन्हें जानकर आप भी चौंक उठेंगे शायद आपको इनका मतलब भी नहीं पता होगा हालांकि आपने हजारों बार रेल में सफर किया होगा फिर भी आप यह सब बातें नहीं जानते क्या आप जानते हैं कि रेल के डिब्बे के पीछे एक्स का निशान क्यों बना होता है बिल्कुल ही नहीं जानते होंगे तो आइए हम आपको बताते हैं कि आखिर ऐसा क्यों होता है
2 अप्रैल से यात्रा करते हैं तो आपने जरूर ही देखा होगा कि रेल के आखिरी डिब्बे के पीछे एक्स का निशान होता है आखिरी निशान क्यों लिखा होता है इसके पीछे क्या वजह होती है क्या आपने देखा है और अगर आपने नहीं देखा तो अगली बार जरूर देखें तो इसके पीछे की वजह आज हम आपको बताने जा रहे हैं रेल के सबसे आखिरी डिब्बे पर X लिखा होता है और उसके ठीक नीचे LV ये अक्षर लिखा हुआ एक बोर्ड लटकाया हुआ होता है.
एस अक्षर के नीचे एक लाल भी लिखा होता है अब आप तो यह जान ही गए होंगे इसके पीछे कोई ना कोई वजह जरुर होती है हर चीज के पीछे कोई ना कोई वजह जरुर होती है पर वह वजह आखिर क्या है यह सवाल आपके दिमाग में जरूर उठ रहा होगा जिस डिब्बे के पीछे X लिखा होता है वो उस रेल का आखिरी डिब्बा होता है. रेल के आखिरी डिब्बे पर जब ये अक्षर दिखते है, तब स्टेशन मास्टर को ये संकेत मिलता है कि, इस रेल के सभी डिब्बे जोड़ दिए गए है और यह रेल अब स्टेशन से निकलने के लिए रेडी है. यानी इसका सीधा मतलब है कि इस सीरियल का कोई भाग छूटा नहीं है
एक गाड़ी जब स्टेशन से निकल जाती है तो स्टेशन मास्टर दूसरी गाड़ी को दूसरे स्टेशन से आने के लिए अनुमति प्रदान करने के लिए चला जाता है इसी बीच की दूरी को ब्लॉक कहते हैं. दिन में तो एक्स अक्षर आसानी से दिख सकता है पर रात में समस्या आ सकती है इसलिए अक्षर के नीचे लाल दिया लगाया जाता है. रेल के आखिरी डिब्बे पर यदि ये अक्षर ना हो तो इसका अर्थ है कि, रेल के कुछ डिब्बे पीछे रह गया है और रेल को खतरा है ऐसे समय पर अगली दुर्घटना रोकने के लिए रेल अधिकारियों को सूचित किया जाता है
इसके साथ ही एल बी अक्षर लिखा हुआ यह छोटा बोर्ड भी वही होता है. पीले बोर्ड पर काले अक्षर इस प्रकार का ये बोर्ड होता है. LV यानी लास्ट वेहिकल(Last Vehicle). बाद भी ड्यूटी पर आने वाले दूसरे गार्ड के पागाडी छूटते समय गाड़ी के आखिरी डिब्बे को LV बोर्ड लगाने की जिम्मेदारी स्टेशन पर मौजूद गार्ड की होती है. एक गार्ड के जाने के बाद इस तरह की लाइन क्लीयरेंस की पट्टी होना भी आवश्यक होता है. सोचिए अगर एक ट्रेन ए स्टेशन से छूट गई. लेकिन बीच रास्ते में ही ब्लॉक सेक्शन में उस रेल का कुछ हिस्सा टूट कर गिर गया.
तो उस ट्रेन का आधा हिस्सा ही भी स्टेशन की ओर चला जाएगा और स्टेशन बी से स्टेशन ए को लाइन क्लियरन्स मिलने के बाद वहाँ से गाडी निकलकर बीच रास्ते में उस टूटे हुए हिस्से को टकरा सकती है और दुर्घटना हो सकती है ऐसे समय बड़ी दुर्घटना घट सकती है इस वजह से हर समय फ्लाइंग क्लीयरेंस देते समय आखरी डिब्बे पर एक से लिखा है या नहीं देखना जरूरी है साथी एल बी अक्षर लिखा हुआ बोर्ड जोड़ना यह जिम्मेदारी स्टेशन गार्ड को ही लेनी पड़ती है दिन के समय X क्र साथ LV लिखा बोर्ड वही रात के समय लाल दिया होना बेहद जरुरी है.