हार्ट फेल होने के 5 संकेतों से सतर्क हो जाएं (5 heart failure signs )
इंसान अपनी रोजमर्रा की ज़िंदगी में छोटी छोटी बातों पर ध्यान नहीं देता जिसके कारण आगे चलकर बड़ी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है और जान पर बात आ जाती है। इसी से सम्बंधित है हार्ट का फेल होना। हार्ट फेल होने से पहले हमारा शरीर किस संकेत देता है जिस पर हम खास ध्यान नहीं देते हैं। आज हम आपको कुछ संकेत बताने जा रहे है जिससे समय रहते हार्ट फेलियर जैसी बीमारी से बच सकते हैं। जानते है कौन से वो संकेत हैं (5 heart failure signs ).
हृदय शरीर का सबसे महत्वपूर्ण और नाजुक अंग होता है। इसका हमें खास ख्याल रखना चाहिए। हृदय शरीर के सभी अंगों तक खून पहुंचाने का काम करता है और दिल को धड़काने में मददगार होता है। जब हृदय शरीर के अंगों तक आवश्यकता अनुसार खून को पंप नही कर पाता तब हार्ट फेल होने के आसार बढ़ जाते हैं।
यह धीमी गति से बढ़ने वाली बीमारी होती है, जो बहुत से कारणों के साथ विकसित होती है। ऐसे में अपने लाइफ स्टाइल पर ध्यान देना जरूरी होता है। समय रहते हार्ट फेलियर के संकेतों से सतर्क होने से आप बीमारी से बच सकते हैं। इससे संबंधित कुछ लक्षण के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए नीचे लिखी इनफॉर्मेशन को पढ़ें।
1. जकड़न होना
शरीर में जकड़न हार्ट फेलियर की निशानी होती है। जब शरीर के फेफड़ों में तरल पदार्थ का निर्माण ज्यादा होने लगता है तो हार्ट फेलियर हो जाता है। जिसके कारण व्यक्ति घबराहट, सांस लेने में दिक्कत, खांसी और शरीर में नसों का खींचना आदि का अनुभव होने लगता है।
2. टखना या एडिमा में सूजन होना
जब आपका हृदय कुशलतापूर्वक खून को शरीर के अंगों तक पंप नही कर पाता, और शरीर के निचले हिस्से में उपयोग में आने वाले रक्त को ऊपर तक लाने में सफल नही हो पाता तो हार्ट फेल होने के आसार बढ़ जाते हैं। रक्त के पंप न होने से पैरों, पेट, जांघों और टखनों में तरल पदार्थ जमा होने लगता है जिससे कारण सूजन भी हो जाती है।
3. सांस लेने में दिक्कत होना
फेफड़ों में द्रव का निर्माण होने से कार्बन डाइऑक्साइड युक्ति खून को ताजा ऑक्सीजन युक्ति खून में परिवर्तित कर पाना मुश्किल हो जाता है। जिसके बाद सांस की तकलीफ और अधिक बढ़ जाती है तब गुरुत्वाकर्षण के कारण सिर से लेकर पैर तक फ्लूड लिक्विड जमा हो जाता है।
4. शारीरिक गतिविधि में दिक्कत आना
अत्यधिक थकावट और सांस लेने में सक्षम नहीं होना हार्ट फेलियर के अवसर बढ़ा देता है। हार्ट फेलियर वाले लोगों को ज्यादातर शारीरिक गतिविधियां और दिनचर्या के काम में एक्टिव नहीं होता जिसके कारण व्यक्ति को बहुत सी कढ़िनाइयो का सामना करना पड़ता है।
5. थकान होना
जब कोई व्यक्ति जल्द ही थकान और थकावट का शिकार हो जाता है या फिर सांस लेने में तकलीफ होती है। उसके लिए हार्ट फेलियर के कगार बढ़ जाते हैं। जब शरीर की एनर्जी कम हो जाए और ऑक्सीजन की मात्रा कम पड़ने लगे तथा हाई ब्लड प्रेशर के कारण शारीर में तरल पदार्थ जमा हो जाता है। जिससे रक्त शारीर तक नहीं पहुंच पता और हार्ट फेलियर जैसी बीमारी शारीर में धीरे धीरे असर करना शुरु कर देती है।
यह 5 संकेतों का आपको खास ख्याल रखना चाहिए इससे आप हार्ट फेलियर जैसी बीमारी से बच सकते हैं और अपने परिवार वालों को सतर्क कर सकते हैं। हार्ट फेलियर जैसी बीमारी यादातर वृद्धि लोगों में होती है इससे सभी को बचना चाहिए और स्वस्थ जीवन जीना चाहिए।
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