आपको बता दे कि ‘जामताड़ा’ वेब सीरीज साइबर अपराध की घटना को बताने वाला पर एक फेमस वेब सीरीज है। ‘जामतारा’ झारखंड के एक आदिवासी जिले में घटी साइबर क्राइम की घटना पर आधारित एक रियल कहानी है। इस शो में यह दिखाया गया हैं कि कैसे झारखंड के जामतारा के साइबर क्राइम के अपराधी पूरे देश भर के लोगों के खातों से पैसे निकालने के लिए फ्रॉड कॉल करके और मैसेज थे. जब लोग उनकी झांसों में आकर उनको डिटेल बता देते थे. तब ये साइबर क्राइम के अपराधी उनके अकाउंट से पैसे लुटते थे।
जामतारा के अपराधियों ने ढूंढा नया तरीका फ्रॉड करने के लिए
इस अपराध को लेकर झारखंड के पूरे जामतारा जिले में कुछ लोगों के बीच इतनी ज्यादा सांठगांठ हो गई थी कि ये प्लानिंग कर वहां के युवा और कुछ काम करने वाले लोगों को दूसरे लोगों से भारी धन हड़पने और सैकड़ों,हजारों और लाखों की ठगी करने के लिए भटकाते थे। एक समय पहले तक यह काफी ज्यादा मामले में होने लगा था. लोग ऐसे फ्रॉड से काफी ज्यादा परेशान हो गए थे.
50 लाख की ठगी की नए तरीके से
फिर पुलिस इस केस को लेकर हरकत में आई और इस तरह के फ्रॉड से लागों को जागरूक किया। तब जाके कही इस मामले में थोड़ी कमी आई. अब एक बार से इस तरह का एक और मामला संगीन में आया हैं. जहाँ एक दिल्ली के व्यक्ति के अकाउंट से 50 लाख की ठगी हो गई. लेकिन यह ठगी जामतारा के फ्रॉड से बिलकुल ही अलग था. आईये जानते हैं कैसे हुआ यह ठगी.
बिना ओटीपी मांगे गायब किये 50 लाख
आपको बता दे कि जामतारा की तरह जिस व्यक्ति के साथ ठगी हुई हैं. वह एक सुरक्षा सेवा फर्म के निदेशक थे. आपको बता दे कि सुरक्षा सेवा फर्म के निदेशक को साइबर क्राइम के अपराधियों ने धोखा दिया और धोखाधड़ी के जरिये उनसे 50 लाख रुपये लूट लिए। ऐसा माना जा रहा है कि जामतारा के ये अपराधी धोखाधड़ी करने के लिए वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) का इस्तेमाल नहीं किया। ये अपराधी बिना ओटीपी मांगे ही पैसों का फ्रॉड किया।
बस मिस कॉल देकर उड़ायें पैसे
जामतारा के इन अपराधियों ने सुरक्षा सेवा फर्म के निदेशक के मोबाइल पर बार-बार मिस्ड कॉल देकर ही 50 लाख रुपये का घपला कर लिया। बता दे कि यह घटना सुरक्षा सेवा फर्म के निदेशक के साथ शाम 7 से 8:44 बजे के बीच हुई थी। बार-बार मिसकॉल आने के बाद जब सुरक्षा सेवा फर्म के निदेशक ने अपने फोन को देखा तब पता चला कि उनके फ़ोन में 50 लाख रुपये के करीब का कोई आरटीजीएस लेनदेन का मैसेज आया है।
“सिम स्विच” तकनीक का किया उपयोग
यह घटना बेहद ही हैरान करने वाली थी. क्युकी इस तरह का मामला पहले सुनने को नहीं मिला था. अभी इसकी जाँच जारी हैं. आपको बता दे कि मिडिया के सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि, पुलिस को संदेह है कि अपराधियों ने घटना को अंजाम देने के लिए “सिम स्विच” नामक तकनीक का उपयोग किया होगा।